tag:blogger.com,1999:blog-4995179813337431693.post4243091392669149711..comments2024-03-28T12:43:12.893+05:30Comments on सिताब दियारा : अपनी जमीन का कवि -- केशव तिवारीरामजी तिवारी http://www.blogger.com/profile/03037493398258910737noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-4995179813337431693.post-46870126913373802282012-06-19T14:12:34.850+05:302012-06-19T14:12:34.850+05:30विचारधाराओं की दार्शनिक दादागिरी और सौंदर्यबोध के ...विचारधाराओं की दार्शनिक दादागिरी और सौंदर्यबोध के तमाम सैद्धांतिक दुराग्रहों के खिलाफ केशव जी की कविताएँ लोक-ऐन्द्रिकता का अपना प्रतिमान रचती कविताएं हैं. मनोभावों के सामाजिक आस्वाद और गहरी मानवीय संगतियों के भीतरी अस्मिता-बोध को तलाशती और थपथपाती कविताएं हैं ये. हमारी पीढ़ी के दृश्य और स्वप्न को संजोता कवि. <br />बेहद श्रम और मनन से लिखा गया आलेख. रेवती रमण जी को साधुवाद. <br /><br />सुबोध शुक्लAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4995179813337431693.post-39456002228892329242012-06-18T13:35:23.695+05:302012-06-18T13:35:23.695+05:30केशव तिवारी की कवितायें पढते हुए अपनी मिट्टी की गं...केशव तिवारी की कवितायें पढते हुए अपनी मिट्टी की गंध महसूस होती है. जीवनानुभवों से निकली हुई इनकी कवितायें पाठक को अनायास ही अपनी ओर खींच लेतीं हैं. रेवती रमण ने बिना लाग-लपेट के केशव जी पर यह जो आलेख लिखा है, उससे आलोचना का धरातल और समृद्ध होगा. प्रस्तुतीकरण के लिए बधाई.santosh chaturvedihttps://www.blogger.com/profile/05850303341274524229noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4995179813337431693.post-41672160419047626852012-06-16T02:03:54.237+05:302012-06-16T02:03:54.237+05:30बहुत सठिक लिखा है रेवतीरमण जी ने केशव जी की कविताय...बहुत सठिक लिखा है रेवतीरमण जी ने केशव जी की कवितायों के बारे में , केशव जी मिट्टी से जुड़े कवि हैं इसमें कोई शक नही किन्तु उससे बड कर वे एक सम्वेदनशील इंसान भी हैं .Nityanand Gayenhttps://www.blogger.com/profile/14656349243336915008noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4995179813337431693.post-88817833101296886942012-06-15T17:14:16.246+05:302012-06-15T17:14:16.246+05:30केशव तिवारी की कविताओं से गुज़रना हमेशा एक सुखद अन...केशव तिवारी की कविताओं से गुज़रना हमेशा एक सुखद अनुभव रहा है । इस प्रस्तुति के लिए आभार .....नील कमलAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4995179813337431693.post-4679120524525153872012-06-15T17:12:42.897+05:302012-06-15T17:12:42.897+05:30kesav bhaiya,badhai!....सूर्य नारायणkesav bhaiya,badhai!....सूर्य नारायणAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4995179813337431693.post-68187518342353153892012-06-15T17:10:58.379+05:302012-06-15T17:10:58.379+05:30bahut doob kar likha gaya aalekh hai......ramji bh...bahut doob kar likha gaya aalekh hai......ramji bhayi ne yah aalekh yahan prastut kat bahut achha kiya. महेश पुनेठाAnonymousnoreply@blogger.com